भारत में E20 पेट्रोल यानी 20% एथेनॉल ब्लेंडेड फ्यूल को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं पुरानी गाड़ियां चलाने वाले लोग चिंतित हैं कि इस नए फ्यूल से उनके वाहन के इंजन पर नकारात्मक असर पड़ेगा और माइलेज भी घट जाएगा लेकिन Bajaj Auto ने अब इसको लेकर बड़ा समाधान बताया है।
कंपनी का कहना है कि पुराने BS3 व्हीकल्स में अगर सही तरीके से फ्यूल क्लीनर का इस्तेमाल किया जाए तो बिना किसी दिक्कत के गाड़ियां E20 फ्यूल पर चल सकती हैं बजाज का कहना है कि हर 1000 किलोमीटर पर फुल टैंक में 40ml फ्यूल क्लीनर डालने से इंजन में बनने वाला चिपचिपा पदार्थ साफ हो जाता है
और गाड़ी परफॉर्मेंस बनाए रखती है वहीं नई गाड़ियों को लेकर कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि उनके इंजनों का टेस्ट पहले से ही E20 पेट्रोल पर किया जा चुका है इसलिए इन वाहनों पर कोई नकारात्मक असर नहीं होगा इस बीच यह भी खुलासा हुआ है कि प्रीमियम पेट्रोल जैसे XP95 में भी 20% एथेनॉल मिलाया जा रहा है ऐसे में पुराने वाहन मालिकों के पास क्लीनर का इस्तेमाल ही सबसे बड़ा उपाय है।
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E20 पेट्रोल को लेकर क्यों है चिंता
भारत सरकार ने पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिलाना शुरू कर दिया है इस कदम का मकसद इम्पोर्टेड क्रूड ऑयल पर निर्भरता कम करना और ग्रीन फ्यूल को बढ़ावा देना है लेकिन पुरानी गाड़ियों के मालिकों की सबसे बड़ी चिंता यही है कि इससे उनकी कार या बाइक के इंजन पर असर पड़ेगा लोग यह भी मान रहे हैं कि इससे माइलेज घट जाएगा और फ्यूल सिस्टम में दिक्कतें आने लगेंगी सरकार ने खुद भी स्वीकारा है कि माइलेज में हल्की कमी संभव है।

Bajaj ने दिया पुरानी गाड़ियों के लिए समाधान
KTM 160 Duke लॉन्च इवेंट के दौरान Bajaj Auto ने इस मुद्दे पर बड़ा खुलासा किया कंपनी ने बताया कि पुराने BS3 व्हीकल्स के लिए E20 पेट्रोल से निपटने का सबसे आसान तरीका है—फ्यूल क्लीनर का इस्तेमाल कंपनी के मुताबिक हर 1000 किलोमीटर पर फुल टैंक पेट्रोल में 40ml फ्यूल क्लीनर डालने से फ्यूल पंप और इंजेक्टर साफ रहते हैं और इंजन पर असर नहीं पड़ता इससे गाड़ी की परफॉर्मेंस और माइलेज सामान्य बनी रहती है।

नई गाड़ियों के लिए E20 कोई खतरा नहीं
बजाज ने साफ किया है कि नई मोटरसाइकिल्स और गाड़ियां E20 पेट्रोल पर बिना किसी परेशानी के चल सकती हैं ऐसा इसलिए है क्योंकि कंपनियों ने पहले ही अपने इंजनों का टेस्ट इस नए फ्यूल पर कर लिया है इसलिए 2023 और उसके बाद लॉन्च हुई ज्यादातर नई गाड़ियां बिना दिक्कत E20 पर चलने के लिए तैयार हैं।

कार मालिकों के लिए क्या है ऑप्शन
पुरानी कारों के मालिकों के लिए भी वही नियम लागू होता है जो बाइक के लिए है—फ्यूल क्लीनर डालना हालांकि कई लोग प्रीमियम पेट्रोल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं पहले माना जाता था कि प्रीमियम पेट्रोल एथेनॉल-मुक्त होता है, लेकिन अब RTI से खुलासा हुआ है कि XP95 जैसे प्रीमियम फ्यूल में भी 20% एथेनॉल मिलाया जा रहा है यानी प्रीमियम फ्यूल लेना अब कोई स्थायी समाधान नहीं रहा।
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क्लीनर ही है लोगो के लिए सबसे बड़ा सहारा
अगर आपकी गाड़ी पुरानी है और आप सोच रहे हैं कि E20 से इंजन को नुकसान होगा, तो घबराने की जरूरत नहीं है हर 1000 किलोमीटर पर फ्यूल क्लीनर का इस्तेमाल करने से आप अपनी गाड़ी को लंबे समय तक सही हालत में चला सकते हैं वहीं, नई गाड़ियों को लेकर आपको बिल्कुल चिंता करने की जरूरत नहीं है।
