VIP Number: अगर आप अपनी कार को सबसे खास बनाना चाहते हैं, तो एक वीआईपी नंबर प्लेट (जैसे 0001, 7777, 9999) लेना आपके लिए परफेक्ट विकल्प हो सकता है। आजकल फिल्म स्टार्स, क्रिकेटर्स और बिजनेसमैन भी अपनी गाड़ियों के लिए VIP नंबर लेना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये खास फैंसी नंबर कैसे मिलते हैं?
वीआईपी नंबर लेने की प्रक्रिया अब बिल्कुल आसान हो गई है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल और नीलामी प्रक्रिया तय की है। आप parivahan.gov.in वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर कर सकते हैं, मनचाहा नंबर चुन सकते हैं और नीलामी में भाग ले सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे वीआईपी नंबर लेने का पूरा ऑनलाइन प्रोसेस, फीस कितनी होती है, किन नंबरों की डिमांड सबसे ज्यादा होती है और कब आपको अलॉटमेंट लेटर मिलता है। अगर आप भी अपनी गाड़ी के लिए एक यूनिक और स्टाइलिश VIP नंबर लेना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है।
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VIP Number क्या होता है और क्यों है इतना पॉपुलर?
अगर आप अपनी कार को दूसरों से अलग और खास बनाना चाहते हैं, तो वीआईपी प्लेट लेना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। फिल्म स्टार्स, क्रिकेटर्स, बिजनेसमैन और आम लोग भी अब अपनी गाड़ियों के लिए फैंसी नंबर लेना पसंद करते हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसे VIP नंबर कैसे मिलते हैं दरअसल, भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इसके लिए एक खास ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है, जहां से कोई भी नागरिक VIP नंबर ले सकता है। VIP नंबर के लिए प्रक्रिया बिल्कुल आसान है।

वीआईपी नंबर के लिए रजिस्ट्रेशन कहां और कैसे करें
सबसे पहले आपको सड़क परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर जाना होता है। यहां पर आप “Public User” के रूप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन करते समय आपको अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी सामान्य जानकारी भरनी होती है। एक बार रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाने के बाद आप उस राज्य को चुन सकते हैं, जहां आप अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं।
मनपसंद नंबर कैसे चुनें और उसकी उपलब्धता कैसे जांचें
गाड़ी की डिटेल्स देने के बाद जैसे कि प्राइवेट या कॉमर्शियल और कार या टू-व्हीलर, आपको वीआईपी नंबरों की एक लिस्ट दिखाई देगी, जहां आप अपनी पसंद का नंबर सर्च कर सकते हैं। यदि आप चाहें तो Search by Number ऑप्शन के जरिए कोई खास नंबर जैसे 0786, 9999, 1234, 7070 आदि भी ढूंढ सकते हैं। अगर वह नंबर उपलब्ध है तो आप आगे बढ़ सकते हैं।
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VIP नंबर के लिए कितनी फीस देनी होती है
अगर आपकी पसंद का नंबर उपलब्ध है, तो आप उस पर बोली लगाने से पहले निर्धारित फीस जमा कर सकते हैं। ये फीस नंबर की पॉपुलैरिटी पर निर्भर करती है और ₹25,000 से शुरू होकर ₹5 लाख या उससे ज्यादा तक जा सकती है। कुछ नंबरों की नीलामी सीधे होती है, जबकि कुछ नंबर पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर भी मिलते हैं।
ऑनलाइन नीलामी कैसे होती है और नंबर कैसे अलॉट होता है
जैसे ही आप फीस जमा करते हैं, आपको उस नंबर की नीलामी में शामिल कर लिया जाता है। वीआईपी नंबर की यह नीलामी कुछ दिनों तक चलती है, जिसमें अगर आपके चुने हुए नंबर पर एक से ज्यादा लोग बोली लगाते हैं, तो सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को वह नंबर अलॉट कर दिया जाता है।
यदि आप नीलामी में जीत जाते हैं, तो आपको बाकी की रकम भी जमा करनी होती है और उसके बाद आपको वीआईपी नंबर के लिए एक अलॉटमेंट लेटर जारी किया जाता है। इस लेटर के जरिए आप अपनी गाड़ी की नंबर प्लेट बनवा सकते हैं।

VIP नंबर ट्रेंड में क्यों है और इसका क्या फायदा है
VIP नंबर के लिए अलग-अलग राज्यों में फीस अलग हो सकती है और हर नंबर की डिमांड भी अलग-अलग होती है। 0001 जैसे नंबर सबसे ज्यादा महंगे होते हैं, जबकि कुछ आकर्षक लेकिन कम डिमांड वाले नंबर कम कीमत में भी मिल सकते हैं। वीआईपी नंबर लेना केवल स्टाइल या दिखावे की बात नहीं है, यह अब पर्सनल ब्रांडिंग, याद रखने में आसानी और यूनिक पहचान के रूप में देखा जाता है